JAIPUR (जयपुर)

पिंक सिटी जयपुर
10 मार्च 2020


क्या आप जानते है जयपुर सिटी विश्व धरोहर मे सामिल है, घूमने के लिए जयपुर सिटी अच्छी जगह है। वक्त है आपके पास तो बहुत कुछ है यह घूमने को यहां।
जयपुर, भारत के पुराने शहरों में से एक है जिसे पिंक सिटी के नाम से जाना जाता है। राजस्‍थान राज्‍य की राजधानी कहा जाने वाला जयपुर शहर एक अर्द्ध रेगिस्‍तान क्षेत्र में स्थित है। इस खूबसूरत शहर को सवाई जय सिंह द्वितीय ने बनवाया था। यह भारत का पहला शहर है जिसे वास्‍तुशास्‍त्र के अनुसार बनाया गया था।
जयपुर शहर, अपने किलों, महलों और हवेलियों के लिए विख्‍यात है, दुनिया भर के पर्यटक आते है। दूर - दराज के क्षेत्रों के लोग यहां अपनी ऐतिहासिक विरासत की गवाह बनी इस समृद्ध संस्‍कृति और पंरपरा को देखने आते है। आमेर किला, ना‍हरगढ़ किला, हवा महल, शीश महल, गणेश पोल और जल महल, जयपुर के पर्यटक स्‍थलों में से हैं।
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Pink City Jaipur
10 March 2020


Do you know that Jaipur City is included in the World Heritage, Jaipur City is a good place to visit. You have a lot of time to roam here.
Jaipur is one of the oldest cities in India known as Pink City. The city of Jaipur, called the capital of the state of Rajasthan, is situated in a semi-desert region. This beautiful city was built by Sawai Jai Singh II. It is the first city in India which was built according to the Vaastu Shastra.
The city of Jaipur, known for its forts, palaces and havelis, attracts tourists from all over the world. People from far-flung areas come here to witness this rich culture and tradition that bears witness to its historical heritage. Amer Fort, Nahargarh Fort, Hawa Mahal, Sheesh Mahal, Ganesh Pol and Jal Mahal are among the tourist places of Jaipur.

AMER FORT

AMER FOR

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वैसे जयपुर के लिए बहुत रास्ते है डिपेंड करता है आप कहां से आ रहे हो। 
चलो आज आमेर किला चलते है यह से रास्ते में आते वक्त जलमहल और उससे आगे हवामहल, जंतर मंतर, गोविंद देव जी का मंदिर जो बहुत प्रसिद्ध है।
हम जयपुर स्टेशन पर खड़े है अभी यहां से हम टूरिस्ट बस भी जाती है और हम चाहे तो कैब से जा सकते है, मै और मेरे फ्रेंड्स सिम्पल जयपुर टूरिस्ट बस से गए जिसका किराया 299 रुपए प्रति व्यक्ति है। इससे  ये एक प्रॉफिट है कि हमारा समय बचता है और एक दिन में हम सब जगह जा सकते है।
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By the way, there are many routes to Jaipur depending on where you are coming from.
Let's go to Amer Fort today, while coming on the way from this Jalmahal and beyond, Hawa Mahal, Jantar Mantar, Govind Dev Ji's temple which is very famous.
We are standing at Jaipur station, from here we also go to the tourist bus and if we want, we can go by cab, I and my friends went by the simple Jaipur tourist bus, the fare is Rs 299 per person. This is a profit that saves our time and we can go everywhere in a day.


          

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टूरिस्ट बस जो की सिंधी केंप बस स्टॉप से निकलती है। हम उस जा चल रहे है अब समय 8 बजे है सुबह जो की बस के चलने का समय है  बस में बहुत सारे लोग अलग अलग जगह से आए हुए थे हमने कॉर्नर वाली सीट के रखी थी। बस चलना स्टार्ट करती है साथ जयपुर सिटी के नजारे दिखते है लगभग 10 मिनट  बस के चलने के बाद जयपुर की चार दिवारी में आ जाती है जो पिंक रंग से पूरी सिटी रंगी हुई है और  सभी घर एक जैसे और बड़ी नक्शे और कारीगरी से बनाए हुए थे  इन सब घरों कि सड़के समकोण पर मिलती है और इस शहर के चारो ओर चार दिवारी बनी हुई है।  यह पर ही हवामहल और जंतर मंतर सब यही पर बने हुए है। यह से बस आगे आमेर किले की  तरफ जाती है है तो किले से पहले जालमहल आता है जो अति सुन्दर है  चलो नजारे देखते देखते हम किले पर आ गए। अब यह से हम किले मै जाना प्रारंभ करेंगे, जो कि पहले पीने के लिए पानी की बोतल और कुछ खाने के लिए साथ के जाते है साधारण कुछ चिप्स। किले की चढ़ाई करते है
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AMER FORT
Tourist bus which departs from Sindhi camp bus stop. We are going on that now the time is 8 o'clock in the morning which is the time for the bus to run. Many people were coming from different places in the bus. We kept the seat on the corner. The bus starts walking, with a view of Jaipur City. After about 10 minutes of the bus, you come to the four divis of Jaipur, which is painted full city in pink color and all the houses are made with the same big map and workmanship. The streets of all these houses meet at the right angles and there are four divis all around this city. It is only at this place that the air palace and the Jantar Mantar remain. Just ahead of it goes towards the Amber Fort, then before the Fort comes the Jalmahal which is very beautiful, let's see the view, we came to the fort. Now from this we will start going to the fort, which is the first bottle of water to drink and some simple chips to eat. Let's climb the fort.
SURANG AMER TO JAYGADH
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तब यह से हाथी भी है जो हम किले में के जाते है तो हमने भी फैसला किया कि हम  भी हाथी पर ही जाएंगे। हमने हाथी किराए पर किया और  हाथी पर बैठ गए और हाथी अलग ही नजारा है  हाथी पर बैठे है  आसमान पर बैठे हो वैसे फिलिंग आती है और हाथी के द्वारा आमेर किले में प्रवेश करते है। यह से हमने किले का टिकट लिया जो 50 रुपए प्रति व्यक्ति था। आमेर किले मै घूम रहे थे इतने में ही हम भूल भुलैया में पहुंच गए जहां हम सब दोस्त बिखर गए हम सारे रास्ते एक जैसे लगने लगे। सोचने लगे यहां जाए या यहां समझ ही न आ रहे थे रास्ते कुछ बाद हम सब मिल गए मुश्किल से। आगे अंदर शीशमहल भी है और एक मंदिर है शीला माता मंदिर जहां ढाई प्याला शराब चढ़ती है। मंदिर दर्शन बाद हम सुरंग से  जयगढ़ कि तरफ आ गए। यहां जयगढ़ में एक जयबाण नाम से तोप रखी हुई है जो सबसे बड़ी तोप है इसका प्रयोग एक बार किया गया था, जिससे कई लोग बेहरे और पक्षी मर गए थे। और जहां तोप से गोला छोड़ा गया था वहां आज तालाब है।  तोप की फोटो नीचे दे रखी है। देखे।



JAYBAN TOP
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Then it is also the elephant that we go to the fort, so we also decided that we too will go on the elephant itself. We rented an elephant and sat on the elephant and the elephant has a different view, the elephant is sitting on the sky, as it is sitting on the sky, the filling comes and the elephant enters the Amber Fort. From this we took a ticket to the fort which was 50 rupees per person. We were wandering in the Amber Fort, at this time, we reached the maze where all our friends were scattered, all the paths started to look the same. Started thinking here or I could not understand the way, after some time we all met with difficulty. In front there is also the Sheeshmahal and a temple Sheela Mata Temple where two and a half cups of liquor are offered. After visiting the temple, we came from the tunnel towards Jaigarh. There is a cannon named Jaiban here in Jaigarh, which is the largest cannon, it was used once, due to which many people died of deafness and birds. And where the cannon was released from the cannon, there is a pond today. Cannon photo is given below. See

 
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जयगढ़ से हम कुछ दूरी पर  नाहरगढ़ किला है जहां नौ महल एक जैसे बने हुए है जो की अपनी नौ रानियो के लिए बनाए थे। इसमें वर्षा का पानी एकत्र होने की अलग से सुविधा है। नौ महल दिखने में और हर तरह से एक जैसे है इसकी फोटो नीचे है।
यहां से अब हम बस से जलमहल आए यहां से मेरी कुछ यदि जुड़ी हुई है। वैसे इस महल का निर्माण यज्ञ के लिए पंडितो के रुकने और ठहरने के लिए किया गया था।
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At some distance from Jaigarh, we have the Nahargarh Fort where the nine palaces are similar, which were built for their nine queens. It has a separate facility to collect rainwater. Nau Mahal is similar in appearance and in every way its photo is below.
From here, we came to Jalmahal by bus, if I have anything connected here. By the way, this palace was built for the yajna to stay and stay for the pandits.


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यहां से हम सीधा हवामहल चलते है जो कि पांच मंजिला है।  और यह हवा बहुत तेज़ चलती है।  और जंतर मंतर देखने लायक है इसे देखे तब साथ एक गाइड जरूर रखें। इसमें सूर्य की ओर चंद्रमा से समय और नक्षत्र का पता लगाया जाता है। समझने पर ये हम कुछ अलग ही महसूस करवाएगा की इसे  भी समय देखा जाता था पहले।  इस सबके बाद मै अपने फेवरेट मंदिर गोविन्ददेव जी चलते है सब देखते देखते शाम हो गई है। इस टाइम मंदिर मै प्रार्थना होती है। इस प्रार्थना के लिए लोग दूर दूर से आते है इसका मै फोटो अपलोड करूंगा आप जरूर देखना इसे। इसमें श्री कृष्ण की राधा के साथ प्रतिमा है। सही बताऊं तो मंदिर में आते ही सारे दिन की थकान निकल गई। यहां राधे राधे कृष्णा कृष्णा नाम गूंजता है और  मै यहां आता रहता हूं क्युकी यहां सुकून मिलता है।
अब आरती के बाद 8 बज गए है हमारा भी घर जाने का वक्त हो रहा है और आपका भी।
चलो चलते है आप कभी जयपुर आए तो गोविन्ददेव मंदिर जरूर जाना और यहां की प्रार्थना मै जरूर रहना । 
चलो चलते है फिर मिलेंगे .......।
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From here, we walk directly to Hawa Mahal, which is five storeyed. And this wind moves very fast. And Jantar Mantar is worth seeing, then keep a guide with you. In this, time and constellation are traced from the Moon towards the Sun. On understanding this, we will feel something different that it was also seen earlier. After all this, I go to my favorite temple, Govinddev ji. Prayers take place in this time temple. People come from far and wide for this prayer, I will upload a photo of it, you must see it. It has a statue of Shri Krishna with Radha. To be fair, the whole day's fatigue came out as soon as we came to the temple. Here the name Radhe Radhe Krishna Krishna resonates and I keep coming here because I find peace here.
It is now 8 pm after the arti, it is time for us to go home and yours too.
Let's go if you ever come to Jaipur, then definitely go to Govinddev temple and stay here in prayer.
Let's go see you again….
GOVINDEV JI